जम्मू कश्मीर में BSF जवान की ग्रामीणों ने घटना की सही जानकारी का खुलासा न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना किया, केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री द्वारा आश्वासन देने मान गए ग्रामीण

जम्मू कश्मीर में BSF जवान की ग्रामीणों ने घटना की सही जानकारी का खुलासा न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना किया, केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री द्वारा आश्वासन देने मान गए ग्रामीण



रिपोर्ट- फिरोज खान, मु. नगर 



मुज़फ्फरनगर। जम्मू संभाग के डोडा जिले में विशेष ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ जवान विनोद कुमार की गोली लगने से हुई मौत के बाद शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर मुज़फ्फरनगर लाया गया। इस दौरान सैनिक का पार्थिव शरीर श्मशान स्थल पर पहुंचा तो ग्रामीणों ने घटना की सही जानकारी का खुलासा न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना किया, लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और प्रभारी मंत्री चेतन चौहान द्वारा आश्वासन देने पर ग्रामीण मान गए।


इसके पूर्व शालीमार एक्सप्रेस से बीएसएफ के अधिकारी व जवान विनोद कुमार के पार्थिव शरीर को लेकर यहां पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में जवान के गांव सहित नगर के लोगों की भीड़ रही। भारत माता की जय, वीर जवान अमर रहे के नारों के बीच पार्थिव शरीर को दिल्ली से जवान के सम्मान को भेजी गई एक 17 जवानों की बीएसएफ टीम अपनी गाड़ी से उनके गांव मोहम्मदपुर मोर्डन के लिए रवाना हुए। इस दौरान एसडीएम सदर विजय कुमार, एएसपी दीक्षा शर्मा सम्मान को मौजूद रहे।


इस तरह हुआ था हादसा


गौरतलब है कि जम्मू संभाग के डोडा जिले में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात सीमा प्रहरी की गुरुवार को दुर्घटनावश गोली चलने से मौत हो गई थी। सूत्रों के अनुसार मुजफ्फरनगर निवासी विनोद कुमार डोडा जिला में डीसी ऑफिस में ड्यूटी पर तैनात थे, इस दौरान अचानक उसकी सर्विस राइफल से दुर्घटनावश गोली चल गई, जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जवान की मौत की सूचना मिलते ही सिसौली में परिजनों में कोहराम मच गया था। मामले की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली थी।